कुछ ऐसा था मां हीरा बा से PM नरेंद्र मोदी का जुड़ाव
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीरा बा नहीं रहीं. 100 साल की उम्र में शुक्रवार सुबह उनका निधन हो गया.
मोदी को अपनी मां से बेहद लगाव था और जब भी वो गुजरात दौरे पर जाते तो मां से जरूर मिलने की कोशिश करते थे.
पीएम ने बताया, 'मैं जब उनसे 100वें जन्मदिन पर मिला तो उन्होंने एक बात कही थी, जो हमेशा याद रहती है कि काम करो बुद्धि से और जीवन जियो शुद्धि से.'
पीएम जब भी मां से मिल पाते, वो टेबल पर बैठकर अपनी मां के साथ खाना खाते थे और फिर उनसे घंटों बातें किया करते थे.
पीएम के मुताबिक, उनकी मां कभी खाना बर्बाद नहीं करती थीं और जितना खाना हो उतना ही भोजन अपनी थाली में लेती थीं.
मोदी अपनी मां के ज्यादा करीब इसलिए भी थे क्योंकि उन्होंने काफी मुश्किलों से गुजर कर परिवार का लालन-पालन किया था.
पीएम ने एक बार बताया था, 'दिल्ली से मैं जब भी गांधीनगर जाता हूं, उनसे मिलने पहुंचता हूं, तो मुझे अपने हाथ से मिठाई जरूर खिलाती हैं.''
नरेंद्र मोदी ने जब घर छोड़ने का फैसला किया था तो उनकी मां को इसका आभास हो गया था. वो बोलीं कि तुम्हारा जो मन करे वो करो, लेकिन अपनी जन्मपत्री एक बार दिखा लो.
पीएम ने बताया, 'पिताजी मेरी जन्मपत्री के साथ एक ज्योतिषी से मिले. ज्योतिषी ने कहा था कि उसकी तो राह ही कुछ अलग है, ईश्वर ने जहां तय किया है, वो वहीं जाएगा.'
मोदी ने बताया था कि उनके पीएम बनने के बावजूद उनकी माता आज भी स्वयं उन्हें ही पैसा देती हैं. जब वे उनसे मिलने जाते हैं तो मां उन्हें सवा रुपये पक्का हाथ में देती थीं.
मोदी मां को कुछ दिनों के लिए लोक कल्याण मार्ग पर ले आए थे. मोदी ने कहा था कि मां मुझे कहा करती थी कि तुम मेरे पीछे क्यों समय खराब करोगे? मैं यहां क्या करूंगी?
बेहद गरीबी के बावजूद मां हीराबेन ने किस तरह नरेंद्र मोदी और बाकी संतानों को इस मुकाम तक पहुंचाया, पढ़िए उनके संघर्ष की कहानी.