25 Feb 2024
Credit: Aajtak.in
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज, 25 फरवरी 2024 को सुदर्शन सेतु केबल ब्रिज राष्ट्र को समर्पित किया.
यह देश का सबसे लंबा ब्रिज है. इसकी लंबाई 2.32 किलोमीटर है. जिसे लगभग 980 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है.
इस पुल को 'सिग्नेचर ब्रिज' के नाम से भी पहचाना जा रहा था. जिसे बदलकर 'सुदर्शन सेतु' या सुदर्शन ब्रिज कर दिया गया है.
यह ब्रिज ओखा को समुद्र के बीच टापू के रूप में उभरे भेट द्वारका से जोड़ता है. यह पुल कई खूबियों से लैस है.
इस पुल के निर्माण को साल 2016 में केंद्र सरकार ने मंजूरी दी थी और 7 अक्टूबर 2017 को PM मोदी ने इसकी आधारशिला रखी थी.
सुदर्शन सेतु एक अद्वितीय डिजाइन को प्रदर्शित करता है, जिसमें दोनों तरफ श्रीमद्भगवद गीता के श्लोकों और भगवान कृष्ण की छवियों से सुसज्जित एक पैदलपथ है.
इसमें पैदलपथ के ऊपरी हिस्से पर सौर पैनल भी लगाए गए गए हैं, जिससे एक मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जाता है.
इसमें चार लेन वाले 27.20 मीटर चौड़े पुल की प्रत्येक साइड पर 2.50 मीटर चौड़े फुटपाथ हैं.
इस सेतु से वाहनों की आवाजाही और सुगम होगी साथ ही यात्रा करने वाले भक्तों के समय में काफी कमी करेगा.