प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 अक्टूबर को रैपिड रेल का उद्घाटन करेंगे.
पहले फेज में दिल्ली-गाज़ियाबाद-मेरठ कॉरिडोर के 17 किमी लंबे प्राथमिक खंड को शुरू किया जाएगा.
आरआरटीएस ट्रेनों को 180 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलाने के लिए डिजाइन किया गया है. हालांकि, ये ट्रेनें पटरियों पर 160 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ेंगी.
यह ट्रेन 60 मिनट में 100 किलोमीटर तक का सफर तय कर सकती है. 6 कोच वाली इस ट्रेन का लुक बिल्कुल बुलेट ट्रेन की तरह है.
रैपिडएक्स, यात्रियों के लिए तेज़, सुरक्षित और आरामदायक रीजनल आवागमन सेवा सुनिश्चित करेगी.
रैपिड ट्रेन के कोच में एडजस्ट होने वाली 2x2 की सीटें होंगी और यात्रियों के खड़े होने के लिए विशेष व्यवस्था होगी.
इसके अलावा इन ट्रेनों में मुफ्त वाईफाई, मोबाइल चार्जिंग पॉइंट, सामान रखने की जगह, एक इंफोटेनमेंट सिस्टम और अन्य तरह की सुविधाएं भी मिलेंगी.
रैपिडएक्स कोच में सीसीटीवी कैमरे भी लगे होंगे. इसके अलावा, ऑटोमेटिक प्लग-इन दरवाजों के अलावा रैपिड रेल में जरूरत के आधार पर चुनिंदा दरवाजों को खोलने के लिए पुश बटन होंगे.
हर ट्रेन में एक डिब्बा महिलाओं के लिए रिजर्व रहेगा. इसके अलावा प्रत्येक कोच में 10 - 10 सीटें महिलाओं के लिए रिजर्व की जाएंगी.