मुंबई के मरोल में अलजामी-तुस-सैफियाह (सैफी अकादमी) के उद्घाटन के दौरान पीएम मोदी मे बोहरा समुदाय के लोगों के साथ मुलाकात की.
बोहरा समुदाय के लोगों के साथ पीएम ने रोटियां बनाईं, कबूतर उड़ाए और हाथ मिलाया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं यहां ना तो पीएम के तौर पर हूं और ना सीएम के तौर पर. मेरे पास जो सौभाग्य है, वह शायद बहुत कम लोगों को मिला है.
पीएम ने कहा- दाऊदी बोहरा समुदाय से मेरा नाता पुराना ही नहीं, बल्कि किसी से छिपा भी नहीं है. अपनी एक यात्रा के दौरान मैंने सैयदना साहब को 98 वर्ष की आयु में 800 से अधिक छात्रों को पढ़ाते हुए देखा.
बोहरा संस्थान को लेकर पीएम मोदी ने कहा- समय के साथ बदलते और विकास की ओर बढ़ते बोहरा समुदाय ने हमेशा खुद को साबित किया है. यह शैक्षणिक संस्थान एक जीता जागता उदाहरण है.
मोदी ने कहा कि सरकार अब नौकरी देने वालों के साथ मजबूती से खड़ी है. पीएम ने अपनी सरकार द्वारा चिकित्सा शिक्षा को दिए जा रहे बड़े प्रोत्साहन के बारे में बात की.
दाऊदी बोहरा समुदाय का अल्जामिया-तुस-सैफिया प्रमुख शैक्षणिक संस्थान है जो सैफी अकादमी समुदाय की परंपराएं सीखने और साक्षरता संस्कृति की रक्षा के लिए काम करती है.