पंजाब की मोगा पुलिस ने रोड़ेवाल गुरुद्वारे से अमृतपाल को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने उसके साथियों को पहले ही गिरफ्तार कर असम की डिब्रूगढ़ जेल में भेज दिया है.
पहले कहा जा रहा था कि अमृतपाल सिंह ने मोगा पुलिस के सामने देर रात सरेंडर किया है, लेकिन बाद में पंजाब पुलिस ने बताया कि अमृतपाल को गिरफ्तार किया गया है.
अमृतपाल को मोगा के रोड़ेवाल गुरुद्वारे से पकड़ा गया है, जहां उसे पुलिस उसे अमृतसर ले गई है और वहां से उसे सीधा असम की डिब्रूगढ़ जेल में भेजा जाएगा.
इससे पहले पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट ने भी पंजाब पुलिस को फटकार लगाई थी कि जब उसके साथियों को पकड़ लिया गया तो अमृतपाल तक पुलिस कैसे नहीं पहुंच पाई?
अमृतपाल ने सोशल मीडिया के जरिए कई बार वीडियो भी जारी किए. कहा जा रहा था कि वो वैशाखी के मौके पर सरेंडर करेगा, लेकिन उसने सरेंडर नहीं किया. पंजाब पुलिस ने देशभर में नेपाल बॉर्डर तक ऑपरेशन चलाए.
इससे पहले पंजाब पुलिस ने अमृतपाल के करीबी पप्पलप्रीत को अमृतसर से गिरफ्तार किया था. पंजाब पुलिस को उसने बयान दिया था कि उसे अमृतपाल के बारे में जानकारी नहीं है.
अमृतपाल सबसे पहले 23 फरवरी को चर्चा में आया था. उसने अजनाला पुलिस स्टेशन में अपने करीबी को छुड़ाने के लिए हजारों समर्थकों के साथ हमला बोल दिया था. इस हमले में 6 पुलिसकर्मी जख्मी हुए थे.
अमृतपाल 'वारिस पंजाब दे'संगठन का चीफ है. वह अलग देश खालिस्तान की मांग कर रहा है. वह दुबई से लौटा है. वारिस पंजाब दे संगठन को पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धू ने बनाया था.
दीप सिद्धू की मौत के बाद अमृतपाल ने इसपर कब्जा कर लिया. उसने भारत आकर संगठन में लोगों को जोड़ना शुरू किया. अमृतपाल का ISI लिंक बताया जा रहा है.