भगवान श्री राम के बाल स्वरूप की मूर्ति बनाने के लिए नेपाल से शालिग्राम शिलाएं गुरुवार को अयोध्या पहुंचीं.
नेपाल के जनकपुर से चलकर अयोध्या के कारसेवकपुरम पहुंची शालिग्राम शिलाओं का संतों ने भव्य स्वागत किया.
ट्रकों पर लादकर पहुंचीं इन शिलाओं की अयोध्या में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विधिवत पूजा की गई.
अब ये शिलाएं श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को समर्पित की जाएंगी.
नेपाल की गंडकी नदी से निकलीं देवशिलाओं को तकनीकी विशेषज्ञों की देखरेख में 4 क्रेन से उतारा गया था.
शालिग्राम की इन शिलाओं को लगभग 6 करोड़ वर्ष पुराना बताया जा रहा है.
नेपाल से सड़क के रास्ते अयोध्या लाई गईं ये शिलाएं बुधवार को गोरखपुर पहुंची थीं. भक्तों ने यहां शिला के दर्शन किए.
इन शिलाओं को नेपाल स्थित जल स्रोत काली गंडकी से लाया गया. यह जगह समुद्र तल से 6 हजार फीट की ऊंचाई पर है.