Air India करीब 68 साल बाद फिर से टाटा समूह के पास लौट गई है. टाटा संस ने सबसे बड़ी बोली लगाई.
टाटा ग्रुप के मानद चेयरमैन और दिग्गज बिजनैसमैन रतन टाटा ने ट्वीट कर कहा ‘वेलकम बैक, एअर इंडिया!’
रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर 1937 को सूरत में हुआ था. बिजनेस की दुनिया में तो रतन टाटा ने खूब नाम कमाया है.
रतन टाटा अपने सरल स्वभाव और व्यक्तित्व को लेकर सुर्खियों में रहते हैं. उन्होंने कई बार अपनी निजी जिंदगी पर बातें की हैं.
रतन टाटा पढ़ने के लिए अमेरिका की कॉर्नेल यूनिवर्सिटी गए थे. बाद में वह लॉस एंजीलिस में नौकरी करने लगे, जहां उन्हें प्यार हुआ.
उन्होंने बताया था, "वह काफी अच्छा समय था, मौसम बहुत खूबसूरत था, मेरे पास अपनी गाड़ी थी और मुझे अपनी नौकरी से प्यार था."
टाटा ने बताया था, "मुझे प्यार हो गया और शादी तक होने वाली थी, लेकिन मैंने उसी वक्त दादी से मिलने भारत लौटने का फैसला किया था.''
टाटा के मुताबिक, ''मैं दादी से मिलने वापस आया और सोचा कि जिससे मैं शादी करना चाहता हूं, वह भी मेरे साथ भारत आएगी.''
टाटा ने आगे बताया था, ''1962 के भारत-चीन युद्ध के कारण उनके माता-पिता इस शादी के लिए राजी नहीं हुए और रिश्ता टूट गया.''
टाटा के मुताबिक, उन्हें लगता है कि अविवाहित रहना उनके लिए ठीक साबित हुआ, अगर उन्होंने शादी की होती तो स्थिति काफी जटिल होती.
यह पूछे जाने पर कि जिनसे उन्हें प्यार हुआ था, क्या वह अब भी शहर में हैं तो उन्होंने हां में जवाब दिया था, लेकिन आगे बताने से इनकार किया.
रतन टाटा के लिए सोशल मीडिया पर भारत रत्न देने की मांग भी उठ चुकी है. उन्होंने बेहद विनम्रता से ऐसे कैंपेन न चलाने का आग्रह किया था.
रतन टाटा पद्म भूषण (2000) और पद्म विभूषण (2008) से सम्मानित किए जा चुके हैं. ये क्रमश: देश का तीसरा और दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान है.
रतन टाटा को कारों का बहुत शौक है. देश को लखटकिया कार टाटा नैनो का गिफ्ट देने वाले भी रतन टाटा ही थे.
रतन टाटा की देखरेख में ही ग्रुप ने लैंड रोवर, जैगुआर, रेंजरोवर एक्वायर कीं.
रतन टाटा को विमान उड़ाने और पियानो बजाने का भी शौक है.