यूक्रेन में अब रूसी सेनाएं ऐसे बम और मिसाइलें गिरा रही हैं, जो इंसानों को भाप बना दे. बंकर बर्बाद कर दे. टैंक को राख कर दे.
इन बमों के पूअर मैन्स न्यूक या पूअर मैन न्यूक्लियर वेपन कहते हैं. ये असल में थर्मोबेरिक फ्लेमथ्रोअर होते हैं.
यानी ऐसे हथियार जो विस्फोट के साथ ही अत्यधिक ज्यादा गर्मी पैदा करते हैं. इनके फटने से तेज शॉकवेव भी निकलती है.
रूस के इन बमों का नाम है TOS-1A Solntsepek heavy thermobaric flamethrower.
ये हथियार किसी भी तरह की किलेबंदी को ध्वस्त कर सकते हैं. बख्तरबंद वाहन या बंकर को उड़ा सकते हैं. इतना ही नहीं सैनिकों के ऊपर गिर जाएं तो सिर्फ कंकाल ही मिले.
पूरी दुनिया में थर्मोबेरिक वेपन सबसे पुराने, घातक और पारंपरिक हथियारों में से एक हैं. इन्हें आम भाषा में पूअर मैन्स न्यूक्लियर वेपन यानी गरीब आदमी का परमाणु बम कहा जाता है.
TOS-1 थर्मोबेरिक हथियार 220 मिमी के 30 बैरल वाली एक आर्टिलरी गन है. इसमें से रॉकेट या टी-72 टैंक के गोलों के जरिए इन हथियारों को कहीं भी गिराया जा सकता है.
इन हथियारों की रेंज 6 से 10 किलोमीटर है. ये जहां विस्फोट करते हैं वहां पर 1000 फीट के दायरे में कुछ भी साबुत नहीं बचता.
ब्लास्ट के बाद जो शॉकवेव निकलती है, वो सैनिकों के फेफड़ों को फाड़ देती है. इसके बाद 3000 डिग्री सेल्सियस का तापमान. यानी शरीर का कोई भी हिस्सा सेकेंड्स में जलकर राख.