4 June 2024
देश में लोकसभा चुनाव 2024 नतीजों के लिए आज यानी 4 जून को वोटों की गिनती की जा रही है.
मतदान से लेकर काउंटिंग के दिन तक EVM की सुरक्षा कैसे की जाती है और अगर बिजली चली जाए तो मतगणना कैसे होती है. ऐसे कई सवाल जनता के मन में होते हैं.
चुनाव आयोग के मुताबिक, जिस स्ट्रॉन्ग रूम में EVM मशीन रखी जाती हैं, वहां एक दरवाजा होता है और उसमें डबल लॉकिंग सिस्टम होता है. इस लॉक की एक चाबी इंचार्ज के पास होती है और दूसरी एडीएम के पास होती है.
स्ट्रॉन्ग रूम बनाते समय इस बात का ध्यान रखा जाता है कि वहां बाढ़ और आग का खतरा ना हो. वहीं, मतों की सुरक्षा के लिए 24 घंटे CAPF गार्ड की तैनाती की जाती है और सीसीटीवी से भी निगरानी की जाती है.
स्ट्रॉन्ग रूम के सामने एक कंट्रोम रूम भी बनाया जाता है. हर स्ट्रॉन्ग रूम की सुरक्षा तय करने के लिए एक पुलिस ऑफिसर एक सरकारी अधिकारी के साथ पूरे समय वहां मौजूद रहता है.
स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर डिस्ट्रिक्स एग्जीक्यूटिव फोर्स के गार्ड भी तैनात किए जाते हैं. इसके अलावा EVM में 10 सालों तक वोट सुरक्षित रहते हैं इसलिए काउंटिंग में देरी होने पर EVM की मेमोरी पर कोई असर नहीं पड़ता.
स्ट्रॉन्ग रूम में लगातार बिजली सप्लाई के लिए चीफ इलेक्शन ऑफिसर इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड के चेयरमैन को लेटर लिखा जाता है. अगर बिजली चली जाए तो ऐसे में जनरेटर की व्यवस्था की जाती है ताकि मत सुरक्षित रहें.