प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हाल ही में सिकंदराबाद को विशाखापट्टनम से जोड़ने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को झंडी दिखाकर रवाना किया.
यह ट्रेन भारतीय रेलवे द्वारा शुरू की जाने वाली आठवीं वंदे भारत एक्सप्रेस है. जो तेलंगाना और आंध्र प्रदेश को जोड़ने वाली पहली ट्रेन है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "वंदे भारत ट्रेन की एक और विशेषता है. यह ट्रेन, नए भारत के संकल्पों और सामर्थ्य का प्रतीक है.”
पीएम ने बताया कि 7 वंदे भारत ट्रेनों ने कुल मिलाकर पृथ्वी के 58 चक्कर लगाने के बराबर 23 लाख किलोमीटर की दूरी तय की है.
वंदे भारत एक्सप्रेस का स्वदेशी रूप से डिजाइन किया गया ट्रेन सेट अत्याधुनिक यात्री सुविधाओं से लैस है.
यह ट्रेन सफर करने वाले यात्रियों को तेज, अधिक आरामदायक और सुविधाजनक यात्रा अनुभव प्रदान करेगी.
यह ट्रेन पहले की तुलना में उन्नत है, जो बहुत हल्की है और कम अवधि में उच्च गति तक पहुंचने में सक्षम है.
वंदे भारत 2.0 महज 52 सेकंड में 0-100 Km प्रति घंटे और 180 र प्रति घंटे की अधिकतम गति तक पहुंचती है.
430 टन के पिछले वंदे भारत ट्रेन की तुलना में उन्नत वंदे भारत एक्सप्रेस का वजन 392 टन होगा.
हर कोच में 32” स्क्रीन हैं जो पिछले ट्रेन में 24” की तुलना में यात्रियों की जानकारी और इंफोटेनमेंट प्रदान करती हैं.
वंदे भारत एक्सप्रेस पर्यावरण के अनुकूल भी होगी, क्योंकि एसी में बिजली की खपत में 15 प्रतिशत की कमी होगी.
ट्रैक्शन मोटर की धूल रहित स्वच्छ एयर कूलिंग के साथ, यात्रा अधिक आरामदायक हो जाएगी.
पहले केवल एक्जीक्यूटिव श्रेणी में दी जाने वाली साइड रिक्लाइनर सीट की सुविधा अब सभी वर्गों के लिए उपलब्ध होगी.
एक्जीक्यूटिव कोच में 180 डिग्री घूमने वाली सीटें इसकी अतिरिक्त विशेषता है. हर कोच में वाई-फाई कंटेंट ऑन डिमांड सुविधा भी होगी.
वंदे भारत एक्सप्रेस के नए डिजाइन में एयर प्यूरिफिकेशन के लिए फोटो-कैटेलिटिक अल्ट्रावॉयलेट एयर प्यूरीफिकेशन सिस्टम लगाया गया है.
वंदे भारत एक्सप्रेस 2.0 स्वदेशी रूप से विकसित ट्रेन टक्कर बचाव प्रणाली - कवच सहित उन्नत अत्याधुनिक सुरक्षा सुविधाओं से लैस है.