By Aajtak.in
वाराणसी की जनता को देश के पहले अर्बन ट्रांसपोर्ट रोपवे परियोजना की सौगात जल्द ही मिलने जा रही है.
वाराणसी में आमतौर पर कैंट से गोदौलिया का सफर तय करने में 45 मिनट का समय लगता है. मगर, रोपवे बनने के बाद से ये सफर 15 मिनट में सिमट जाएगा.
वाराणसी के मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने बताया कि देश के पहले अर्बन ट्रांसपोर्ट रोपवे का काम इसी सप्ताह वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन पर बेस टर्मिनल के काम से शुरू हो जाएगा.
इस परियोजना को पूरा करने की जिम्मेदारी भारत सरकार की सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की है और इसको स्विजरलैंड की कंपनी बर्थोलेट बना रही है.
रोपवे पर 150 केबल कार या ट्राॉलियां होंगी जो सड़क से 50 मीटर ऊपर दौड़ेगी. प्रत्येक ट्रॉली में 10 लोग एक साथ सवार हो सकेंगे. एक घंटे में दोनो तरफ से 600 ट्रॉलियां गुजर जाएगी.
हर मिनट दोनों तरफ से 10 ट्रॉलियां गुजर जाएंगी. यानी हर मीनट 100 यात्री ट्रॉलियों पर सवार रहेंगे.
3.8 किलोमीटर के फासले के दौरान रोपवे में कुल 5 स्टेशन होंगे. जिसमें कैंट रेलवे स्टेशन, काशी विद्यापीठ, रथयात्रा, गिरजाघर और गोदौलिया चौराहा है.
माना जा रहा है कि 2 साल में रोप-वे का काम पूरा कर लिया जाएगा.