5 Sept 2024
रिपोर्टः संदीप सैनी
ये कहानी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले की है. यहां रतनपुरी इलाके के बड़सू गांव के बेरोजगार युवक अश्वनी कुमार के यहां जीएसटी टीम पहुंची थी.
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जीएसटी टीम ने अश्वनी से कहा कि तुम्हारे नाम पर जो कंपनी चल रही है, उसमें ढाई सौ करोड़ रुपये GST का ई-वे बिलिंग फ्रॉड हुआ है.
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जीएसटी टीम के अधिकारियों की बात सुनकर अश्वनी हैरान रह गया, क्योंकि उसने नाम से ढाई सौ करोड़ के टर्नओवर वाली कंपनी चल रही थी.
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पहले तो अश्वनी ये समझ नहीं पाया कि इतने टर्नओवर की कंपनी का ये मामला आखिर हुआ कैसे. फिर उसने अधिकारियों को अपने साथ हुई एक घटना की जानकारी दी.
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अश्वनी ने कहा कि वह बेरोजगार है. उसके पास नौकरी के लिए एक वॉट्सएप कॉल आया था, जिसमें दस्तावेज मांगे गए और साथ ही 1750 रुपये भी मांगे गए थे, जो उसने भेज दिए थे.
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एसपी ग्रामीण आदित्य बंसल ने कहा कि यह रकम खाते में नहीं आई है. अश्वनी को नौकरी का झांसा देकर उसके डॉक्यूमेंट ले लिए गए. उन्हीं से फर्जी कंपनी बनाई और फर्जी अकाउंट खोल दिया गया.
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फर्जी कंपनी रजिस्टर करने के बाद जीएसटी का ई वें बिलिंग का फ्रॉड किया गया. इसमें फर्जी ई वे बिलिंग करीब ढाई सौ करोड़ के तैयार हुए हैं.
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एसपी का कहना है कि जीएसटी विभाग के साथ बात की है. उनके साथ मिलकर इस पूरे मामले की जांच-पड़ताल की जा रही है.
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अश्वनी कुमार ने कहा कि मेरे नाम पर कोई कंपनी चल रही है, इसका मुझे नहीं पता. मुझे इस बारे में जीएसटी टीम ने बताया है. हमने थाने में तहरीर दी है.
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