यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण दिल्ली, नोएडा के कई इलाकों में बाढ़ आ गई है. घर पानी में डूबे हैं. NDRF की कई टीमें लोगों और जानवरों के रेस्क्यू में लगी हुई हैं.
नोएडा के सेक्टर 135 से NDRF ने एक करोड़ रुपए की कीमत वाले बैल 'प्रीतम' का रेस्क्यू किया. साथ ही सैंंकड़ो गाय, भैंस, कुत्ते, बिल्ली, बकरी, खरगोश जैसे जानवरों का रेस्क्यू किया गया है.
एक दिन में 20 लीटर दूध पी जाता है प्रीतम.
अपनी जान की फिक्र किए बगैर NDRF की 65 टीमें और स्थानीय पुलिस लगातार बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोगों और जानवरों के रेस्क्यू में जुटी हुई है.
रेस्क्यू ऑपरेशन करती NDRF.
रेस्क्यू किए गए जानवरों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है. उनके खाने-पीने की व्यवस्था की जा रही है. साथ ही उनकी देखरेख भी की जा रही है.
बाढ़ प्रभावित इलाके के लोग भी NDRF के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हुए हैं. लोग अपने जानवरों को छोड़कर जाने के लिए राजी नहीं है.
दिन हो या रात लगातार जारी है NDRF का रेस्क्यू ऑपरेशन.
ड्रोन की सहायता से भी लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का जायजा लिया जा रहा है. और जो भी बचे हुए व्यक्ति हैं या मवेशी हैं, उन तक पहुंचकर सकुशल निकालने की कार्रवाई लगातार युद्ध स्तर पर की जा रही है.
गौतमबुद्धनगर कमिश्नरेट के निर्देशन में गौतमबुद्धनगर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में पुलिस अधिकारियों के नेतृत्व में स्थानीय पुलिस बल, SDRF, NDRF और फायर सर्विस द्वारा लगातार रेस्क्यू अभियान चलाकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में फंसे हजारों लोगों और हजारों मवेशियों को सकुशल सुरक्षित निकाला जा चुका है.
NDRF के वेटनरी डॉक्टर की टीम लगातार रेस्क्यू किए जानवरों सहित बाढ़ प्रभावित इलाकों के मवेशियों का इलाज कर रहे हैं. उन्हें इंजेक्शन दिए जा रहे हैं. वहीं, जिन मवेशियों को चोट आई है, जख्म हुए हैं उनकी पट्टी की जा रही है.
मवेशियों का इलाज करते डॉक्टरों की टीम.
NDRF, SDRF, पुलिस, फायर टीम रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हुए हैं.
मवेशियों को खाना खिलाते हुए पुलिसकर्मी.