बिहार के मजदूरों पर हमले की फर्जी खबर शेयर करने का है आरोप
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18 March 2023
विवादों में फंसे यूट्यूबर मनीष कश्यप ने शनिवार सुबह बिहार पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया. बेतिया पुलिस अधीक्षक उपेंद्र नाथ वर्मा ने इस बारे में जानकारी साझा की.
पटना और पश्चिमी चंपारण पुलिस के साथ आर्थिक अपराध इकाई (EOU) की 6 टीमें बीते दिनों से लगातार आरोपी यूट्यूबर मनीष कश्यप के ठिकानों पर दबिश दे रही थीं. इसी बीच आज मनीष ने सरेंडर कर दिया..
शनिवार सुबह पुलिस-प्रशासन की टीमें मझौलिया थाना स्थित महना डुमरी गांव में मनीष कश्यप के घर कुर्की करने पहुंची थीं.
पुलिस की कार्रवाई से डरे यूट्यूबर ने बेतिया के जगदीशपुर थाने में पुलिस के सामने आत्मसर्पण कर दिया. गुरुवार को ही बिहार की आर्थिक अपराध इकाई ने मनीष कश्यप के खिलाफ अदालत से गिरफ्तारी वारंट लिया था.
वारंट जारी होने के बाद से यूट्यूबर मनीष कश्यप के पटना, दिल्ली समेत संभावित ठिकानों पर लगातार छापेमारी की जा रही थी.
बिहार पुलिस ने मनीष कश्यप के बैंक खातों में जमा राशि को फ्रीज करा दिया था. इन खातों में कुल 42.11 लाख रुपये की राशि जमा है.
बिहार पुलिस का कहना है कि मनीष के SBI के खाते में 3,37,496 रुपये, IDFC BANK के खाते में 51,069 रुपये, HDFC BANK के खाते में 3,37,463, SACHTAK Foundation के HDFC BANK के खाते में 34,85,909 रुपये जमा हैं.
मनीष कश्यप पर तमिलनाडु में रहने वाले बिहारी मजदूरों के खिलाफ कथित रूप से हो रहे हमले को लेकर फर्जी वीडियो शेयर करने का आरोप है.
मनीष खुद को 'सन ऑफ़ बिहार' (Manish Kasyap, Son of Bihar) लिखता है. मनीष का असली नाम त्रिपुरारी कुमार तिवारी है. इस नाम के पीछे वो 'कश्यप' लगाता है.