अतीक अहमद (Atiq Ahmad) और उसके भाई अशरफ को तुर्की मेड जिगाना पिस्टल से मारा गया है.
उसका इस्तेमाल सिर्फ इसलिए होता है, क्योंकि इस पर एडजस्टेबल साइट लगा सकते हैं. ये जल्दी गर्म नहीं होती.
ये पिस्टल चलाने वाले के लिए सुरक्षित रहती है. फ्लैट फेस्ड ट्रिगर है, यानी उंगलियां ट्रिगर से सरकती नहीं.
दिलचस्प बात ये है कि तुर्की में बनी इस पिस्तौल को अमेरिकी कोस्टगार्ड भी इस्तेमाल करती हैं.
इसके अलावा मलेशिया और अजरबैजान की सेना, फिलिपींस की नेशनल पुलिस भी इसी पिस्टल का यूज करती है.
जिगाना एक सेमी-ऑटोमैटिक पिस्टल है. जो 2001 से बनाई जा रही है. इसे तुर्की फायरआर्म कंपनी TiSAS बनाती है.
इस पिस्टल के 10 वैरिएंट्स में 15 राउंड की मैगजीन लगती हैं. जिसमें चार तरह की गोलियां लगती हैं.
पाकिस्तान में जिगाना पिस्तौल को स्थानीय बंदूक फैक्ट्रियों में बनाया जाता है. इसकी कीमत और बाकी डिटेल्स नीचे जानें.