अधिकमास की अमावस्या इस बार 16 अगस्त यानी कल मनाई जाएगी. ये अमावस्या लगभग 3 साल बाद आ रही है.
सनातन धर्म में अमावस्या के दिन पूजा पाठ और पितरों का तर्पण करना बेहद लाभकारी माना जाता है.
अधिकमास में पड़ने वाली ये अमावस्या बेहद खास मानी जा रही है क्योंकि यह तिथि लगभग 3 साल पड़ रही है.
अधिकमास की अमावस्या के दिन भगवान शिव और भगवान विष्णु की उपासना की जाती है.
आइए जानते हैं कि अधिकमास की अमावस्या के दिन किन गलतियों से सावधान रहना चाहिए.
अधिकमास अमावस्या के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर भगवान की उपासना करनी चाहिए और भूलकर भी पूजा करने से पहले अन्न ग्रहण न करें.
अमावस्या के दिन बुरी शक्तियां सक्रिय हो जाती है इसलिए इस दिन श्मशान या सुनसान जगहों से गुजरना नहीं चाहिए.
अधिकमास अमावस्या के दिन किसी गरीब का अपमान नहीं करना चाहिए और ना किसी के लिए गलत शब्दों का प्रयोग करना चाहिए.
अधिकमास अमावस्या के दिन प्याज-लहसून, तामसिक भोजन और मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए.