अहोई अष्टमी का व्रत कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि का रखा जाता है. यह व्रत महिलाएं अपनी संतान की दीर्घायु और सुख-संपन्नता के लिए करती हैं.
अहोई अष्टमी 17 अक्टूबर यानी कल मनाया जाएगा.
आइए जानते हैं कि इस दिन कौन सी गलतियां करने से बचना चाहिए.
अहोई अष्टमी के दिन खुदाई करने से बचना चाहिए. इस दिन खुदाई में खुरपी प्रयोग भूलकर भी न करें.
पौराणिक कथा के अनुसार, मिट्टी की खुदाई के वक्त एक साहूकारनी से सेई के बच्चे की मौत हो गई थी और इसके बाद उसका पूरा परिवार उजड़ गया था.
अहोई अष्टमी की पूजा के दिन काले या डार्क कपड़ों का इस्तेमाल न करें.
ऐसी भी मान्यता है कि इस दिन चंद्रमा को अर्घ्य देने के लिए कांसे के लौटे का इस्तेमाल बिल्कुल न करें.
अहोई अष्टमी के व्रत में जिस करवे में जल भरकर रखा जाता है, वो वही करवा होना चाहिए जिसका उपयोग आपने करवा चौथ पर किया है.
अहोई अष्टमी के दिन सिर्फ तामसिक भोजन ही खाएं. प्याज या लहसून का इस दिन प्रयोग न करें.
अहोई अष्टमी की पूजा के दिन भूलकर भी मुरझाए फूल या इस्तेमाल की हुई मिठाई का प्रयोग न करें.
अहोई अष्टमी के दिन भगवान गणेश की पूजा करना भी महत्वपूर्ण माना जाता है.