अहोई अष्टमी इस बार 5 नवंबर यानी कल मनाई जाएगी. अहोई अष्टमी का व्रत माताएं अपनी संतान की लंबी आयु के लिए रखती हैं.
इस दिन निर्जला व्रत रखा जाता है और संध्या के समय तारों के दर्शन के बाद ही व्रत का पारण किया जाता है.
कहते हैं कि अहोई अष्टमी के दिन व्रत रखने से संतान का भाग्योदय होता है, जिससे जीवन में सुख समृद्धि आती है.
आइए जानते हैं कि अहोई अष्टमी का व्रत रखते समय किन गलतियों से सावधान रहना चाहिए.
अहोई अष्टमी के दिन महिलाओं को मिट्टी से जुड़ा कोई काम नहीं करना चाहिए. साथ ही इस दिन खुरपी वगैरह का भी इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.
अहोई अष्टमी के दिन काले या नीले रंग के वस्त्र धारण करके पूजा नहीं करनी चाहिए.
अहोई अष्टमी के व्रत की शुरुआत भगवान गणेश का नाम लिए बगैर बिल्कुल न करें. किसी भी पूजा से पहले हिंदू धर्म में भगवान गणेश का नाम सर्वोपरि बताया है.
अहोई अष्टमी के व्रत के दिन खाना बनाने में प्याज, लहसुन आदि का इस्तेमाल नहीं करें. जो महिलाएं अहोई अष्टमी का व्रत रखें वो दिन में सोने से परहेज करें.
अहोई अष्टमी के दिन व्रत रखने वाली महिलाएं किसी भी धारदार चीज का इस्तेमाल नहीं करें. कैंची, चाकू, सुई और ब्लेड आदि का इस्तेमाल नहीं करें. धारदार चीजों का इस्तेमाल अशुभ माना जाता है.