वैशाख माह की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया कहा जाता है. इस साल अक्षय तृतीया का त्योहार शनिवार, 22 अप्रैल को मनाया जाएगा.
अक्षय तृतीया दिवाली और धनतेरस जितनी ही शुभ होती है. इस दिन आभूषण या नई चीजों की खरीदारी करने से इंसान का भाग्योदय होता है.
इस बार अक्षय तृतीया छह बड़े ही शुभ योगों में मनाई जाएगी. इसमें मां लक्ष्मी की पूजा और खरीदारी का शुभ फल कई गुना बढ़ सकता है.
अक्षय तृतीया पर सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है. यह योग रात 11.24 से लेकर 23 अप्रैल को सुबह 05.48 मिनट तक रहेगा.
अक्षय तृतीया पर त्रिपुष्कर योग भी बन रहा है. यह योग सुबह 5.49 बजे से सुबह 7.49 बजे तक रहेगा. इसमें किए कार्यों का फल 3 गुना होता है.
अक्षय तृतीया पर अमृत सिद्धि योग भी बन रहा है. यह शुभ योग रात 11.24 बजे से अगले दिन सुबह 5.48 बजे तक रहेगा.
अक्षय तृतीया पर आयुष्मान योग भी रहने वाला है. यह शुभ योग 21 अप्रैल को सुबह 10.59 बजे से 22 अप्रैल को सुबह 9.25 बजे तक रहेगा.
अक्षय तृतीया पर रवि नामक शुभ योग भी बन रहा है. यह योग रात 11.24 बजे से 23 अप्रैल को सुबह 5.48 मिनट तक रहेगा.
अक्षय तृतीया पर सुबह 9.25 बजे से अगले दिन सुबह 8.21 तक सौभाग्य योग रहेगा. इस योग में किए गए कार्य हमेशा सफल रहते हैं.