अपरा एकादशी 2 जून यानी कल है. अपरा एकादशी के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की उपासना की जाती है.
हिंदू पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को अपरा एकादशी का व्रत रखा जाता है.
अपरा एकादशी को अचला एकादशी के नाम से भी जाना जाता है. पंजाब और हरियाणा जैसे राज्यों में इसे भद्रकाली एकादशी के नाम से जाना जाता है क्योंकि इस दिन देवी भद्रकाली की पूजा की जाती है.
ज्योतिषियों की मानें तो, अपरा एकादशी के दिन कुछ खास उपाय करने चाहिए. तो आइए जानते हैं उन उपायों के बारे में.
अपरा एकादशी के दिन पीपल को जल चढ़ाना चाहिए और साथ ही घी का दीपक भी जलाना चाहिए. फिर उसके बाद हरि नाम का जाप करना चाहिए. ऐसा करने से जीवन में सुख-समृद्धि बढ़ती है.
इसके अलावा, इस दिन तुलसी के पौधे के नीचे भी दीपक जलाना चाहिए. ऐसा करने से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है.
अपरा एकादशी के दिन भगवान विष्णु का दक्षिणवर्ती शंख से अभिषेक करें. ऐसा करने से जीवन में खुशियों का संचार होगा और नकारात्मक ऊर्जा का समापन होगा.
अपरा एकादशी के दिन - ''ऊं नमो भगवते वासुदेवाय नम:'' मंत्र का 108 बार जाप करें. इससे व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
अपरा एकादशी के दिन भगवान विष्णु को खीर का भोग जरूर लगाएं और इसमें तुलसी की एक पत्ती जरूर रख दें क्योंकि तुलसी श्रीहरि को बेहद प्रिय है. ऐसा करने से घर में सुख-शांति बनी रहती है.