अयोध्या के राम मंदिर में 22 जनवर को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने चुकी है. पूरा देश राममय है. आइए ऐसे में आपको राम रक्षा स्त्रोत और इसके फायदों के बारे में बताते हैं
राम रक्षा स्त्रोत बुध ऋषि कौशिक द्वारा रचित एक ऐसी रचना है, जिसमें राम की उपासना और भक्तों के संकट हरने की शक्ति है.
कहते हैं कि जो व्यक्ति रोज राम रक्षा स्त्रोतम् का पाठ करता रहता है, वह आने वाली कई विपत्तियों या दुर्घटनाओं से बच जाता है.
1. राम रक्षा स्त्रोत का पाठ करने से व्यक्ति भयमुक्त रहता है. इंसान बुरी नजर या नकारात्मक ऊर्जा के प्रभाव से बचा रहता है.
2. राम रक्षा स्त्रोत सभी प्रकार के शारीरिक कष्टों को दूर करता है. मंगलवार के दिन इसका पाठ करने से मंगल ग्रह के दोष समाप्त होते हैं.
3. धन लाभ के लिए भी श्रद्धा पूर्वक इस स्तोत्र का जाप किया जाता है. इससे मनुष्य के मन में आत्मविश्वास और इच्छाशक्ति बढ़ जाती है.
1. राम रक्षा स्त्रोत का प्रभाव स्त्रोत का पाठ करने से पूर्व शरीर और मन को शुद्ध जरूर करें और सच्चे हृदय से भगवान राम का स्मरण करें.
2. इस स्त्रोत का प्रतिदिन 11 बार पाठ करना चाहिए. अगर 11 बार पाठ न कर पाएं तो 7 बार नियमित रूप से प्रतिदिन पाठ करें.
3. यदि आप इसका पाठ लगातार 45 दिन करते हैं तो इसका प्रभाव दोगुना हो जाता है. नवरात्र में राम रक्षा स्त्रोत का पाठ जरूर करना चाहिए.
4. इसका नित्य पाठ करने से महादेव की भी कृपा होती है, क्योंकि इस स्त्रोत की रचना बुध कौशिक ऋषि ने भगवान शिव के कहने पर ही की थी.