तो इसलिए 22 जनवरी को हो रही रामलला की प्राण प्रतिष्ठा, एकसाथ होंगे कई शुभ योग

अयोध्या में 22 जनवरी को नवनिर्मित राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का मुहूर्त पंडित गणेश्वर शास्त्री ने निकाला है.

क्या आप जानते हैं कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए 22 जनवरी को ही क्यों चुना गया है. आइए जानते हैं कि इस तिथि में आखिर ऐसी क्या खासियत है.

राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कहने पर रामलला की स्थापना के लिए ज्योतिषविदों, पुरोहितों को 17 जनवरी से 25 जनवरी के बीच किसी एक तिथि को चुनना था.

तब पंडित गणेश्वर शास्त्री ने बताया कि 22 जनवरी का दिन कई वाणों से दोष मुक्त है. यह तिथि अग्निबाण मृत्युबाण,चोरवाण, नृपवाण और रोगवान से मुक्त है.

उन्होंने प्राण प्रतिष्ठा के लिए 22 जनवरी का दिन तय किया और दोपहर 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड के बीच इसका शुभ मुहूर्त निकाला.

हालांकि 22 जनवरी की तिथि और भी कई कारणों से खास मानी जा रही है. हिंदू पंचांग के अनुसार, यह तिथि कई शुभ योगों से सजी हुई है.

दरअसल, इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग, रवि योग जैसे शुभ योग भी निर्मित हो रहे हैं. इस दिन मृगशिरा नक्षत्र भी रहेगा, जो बेहद शुभ है.

हिंदू पंचांग के अनुसार, शुभ मुहूर्त में जब रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो रही होगी, उस दौरान अभिजीत मुहूर्त भी रहेगा.