रामलला की मूर्ति में विराजमान हैं भगवान विष्णु के 10 अवतार, जानें इनका मतलब

22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है, जिसका काम बहुत ही तेजी से चल रहा है. 

प्राण प्रतिष्ठा से पहले 19 जनवरी को रामलला की संपूर्ण तस्वीर सामने आई, जो देखने में बेहद खूबसूरत है. 

इस तस्वीर में रामलला के सिर मुकुट सजा है, हाथों में धनुष बाण हैं और साथ ही मूर्ति को मालाओं से सजाया गया है. 

वहीं, मूर्ति में भगवान विष्णु के 10 अवतारों का वर्णन भी हैं जिसमें मत्स्य, कूर्म, वराह, नरसिंह, वामन, परशुराम, राम, कृष्ण, बुद्ध और कल्कि ये सभी अवतार हैं. 

साथ ही मूर्ति में सूर्य, ऊं, गणेश, चक्र, शंख, गदा, स्वास्तिक, गरुण और हनुमान जी का भी वर्णन है. 

तो आइए जानते हैं रामलला में वर्णित भगवान विष्णु के सभी अवतारों के बारे में. 

मत्स्य अवतार भगवान विष्णु का पहला अवतार है. इस अवतार में विष्णु जी मछली बनकर प्रकट हुए. मान्यतानुसार, एक राक्षस ने वेदों को चुरा कर समुद्र की गहराई में छुपा दिया था, तब भगवान विष्णु ने मत्स्य अवतार लेकर वेदों को पाया और उन्हें फिर स्थापित किया. 

मत्स्य

कूर्म अवतार को 'कच्छप अवतार' भी कहते हैं. इसमें भगवान विष्णु कछुआ बनकर प्रकट हुए थे. कच्छप अवतार में श्री हरि ने क्षीरसागर के समुद्रमंथन में मंदर पर्वत को अपने कवच पर रखकर संभाला था.

कूर्म

वराह अवतार हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार भगवान विष्णु के दस अवतारों में से तीसरा अवतार है. इस अवतार में भगवान ने सुअर का रूप धारण करके हिरण्याक्ष राक्षस का वध किया था.

वराह

ग्रंथों के अनुसार, नरसिंह भगवान विष्णु के चौथा अवतार हैं. इसमें भगवान का चेहरा शेर का था और शरीर इंसान का था. नृसिंह अवतार में उन्होंने अपने भक्त प्रहलाद की रक्षा के लिए उसके पिता राक्षस हिरणाकश्यप को मारा था. 

नरसिंह

भगवान विष्णु पांचवां अवतार हैं वामन. इसमें भगवान ब्राम्हण बालक के रूप में धरती पर आए थे और प्रहलाद के पौत्र राजा बलि से दान में तीन पद धरती मांगी थी.

वामन

दशावतारों में से वह छठवां अवतार थे. वह शिव के परम भक्त थे. भगवान शंकर ने इनकी भक्ति से प्रसन्न होकर परशु शस्त्र दिया था. 

परशुराम

विष्णु के दस अवतारों में से एक मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम हैं. रामचरितमानस और रामायण दोनों में ही श्रीराम का जिक्र मिलता है. 

श्रीराम

श्री कृष्ण भी विष्णु के अवतार थे. भागवत ग्रंथ में भगवान कृष्ण की लीलाओं की कहानियां है. इनके गोपाल, गोविंद, देवकी नंदन, वासुदेव, मोहन, माखन चोर, मुरारी जैसे अनेकों नाम हैं. साथ ही इन्होंने युद्ध से पहले अर्जुन को गीता उपदेश दिया था. 

श्रीकृष्ण

भगवान विष्णु के दशावतारों में से एक बुद्ध भी हैं. इनको गौतम बुद्ध, महात्मा बुद्ध भी कहा जाता है. वह बौद्ध धर्म के संस्थापक माने जाते हैं. 

भगवान बुद्ध

कल्कि अवतार भगवान विष्णु का आखरी अवतार माना जाता है. कल्कि पुराण के अनुसार श्री हरि का 'कल्कि' अवतार कलियुग के अंत में होगा. उसके बाद धरती से सभी पापों और बुरे कर्मों का विनाश होगा. 

कल्कि