बसंत पंचमी का त्योहार 5 फरवरी को मनाया जाएगा. इस दिन विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा की जाती है.
इस दिन बच्चों का विद्यारंभ संस्कार कराने के साथ ही पितृ तर्पण भी किया जाता है.
बसंत पंचमी के दिन मां को जल्दी प्रसन्न करने के लिए सरस्वती वंदना और मंत्रों का जाप करना चाहिए.
बसंत पंचमी के दिन कुछ खास काम करने की मनाही होती है.
इस दिन काले-लाल रंग के वस्त्र बिल्कुल ना धारण करें. बसंत पंचमी के दिन पीले या सफेद रंग के वस्त्र पहनने चाहिए.
यह प्रकृति का त्योहार है इसलिए इस दिन फसल काटने के काम को टाल देना चाहिए.
इस दिन घर में भी किसी भी पेड़ की छंटाई नहीं करनी चाहिए. हो सके तो इस दिन वृक्षारोपण करें.
कहा जाता है कि इस दिन सरस्वती जुबान पर होती हैं. इसलिए किसी को भी बुरे वचन ना बोलें.
इस दिन पितृ तर्पण भी किया जाता है इसलिए घर में भूलकर भी कलह नहीं करनी चाहिए. इससे पितरों को कष्ट होता है.
बसंत पंचमी के दिन मांसाहार और शराब का सेवन नहीं करना चाहिए. इस दिन सात्विक भोजन करना चाहिए.
इस दिन बिना स्नान किए भोजन ना ग्रहण करें. पहले सरस्वती वंदना करें और मां को भोग लगाएं फिर कुछ खाएं.
मधुराष्टक का पाठ करने से भगवान कृष्ण प्रसन्न होते हैं.