माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी का त्योहार मनाया जाता है. बसंत पंचमी का यह दिन विद्या और संगीत की देवी मां सरस्वती को समर्पित है.
ऐसा माना जाता है कि इस दिन मां सरस्वती की पूजा से जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं.
ज्योतिषियों की मानें तो, अगर आपके बच्चों का मन पढ़ाई में नहीं लग रहा है तो इस दिन कुछ खास उपाय करने से बहुत ही लाभ प्राप्त होता है.
पढ़ाई करते वक्त बच्चों का मुख पूर्व या उत्तर दिशा की तरफ होना चाहिए. बसंत पंचमी के दिन से ही इस नियम को अपनाएं. जल्द ही आपको अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे.
बसंत पंचमी के दिन बच्चों के टेबल के पास माता सरस्वती का चित्र या प्रतिमा जरूर रखें. इस तस्वीर या प्रतिमा को बच्चों के ठीक सामने रखें. ऐसा करने से उनकी एकाग्रता और ज्ञान में वृद्धि होगी.
जिन बच्चों की नौकरी नहीं लग रही है या जो बच्चे पढ़ाई की तैयारी कर रहे हैं वो बच्चे हमेशा उत्तर दिशा में ही बैठकर पढ़ें. हमेशा अच्छी नौकरी ही प्राप्त करेंगे.
स्टडी रूम में सुनिश्चित करें कि पढ़ाई की टेबल दीवार से एकदम न चिपकी हो. दोनों के बीच पर्याप्त खाली जगह होना जरूरी है. अगर ऐसा नहीं है तो बसंत पंचमी के दिन स्टडी रूम में यह बदलाव अवश्य कर लें.
पढ़ाई-लिखाई में अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए स्टडी टेबल से जुड़े बदलाव भी जरूरी हैं. अगर ये बदलाव आप बसंत पंचमी पर करें तो और भी उत्तम होगा. स्टडी टेबल आयताकार होनी चाहिए.