हिंदू धर्म के पवित्र ग्रंथ श्रीमद्भगवतगीता के अनुसार, अर्जुन के मन में जब भी कोई दुविधा होती थी तो वो भगवान श्रीकृष्ण के पास पहुंचते थे.
भगवान श्री कृष्ण ने महाभारत युद्ध में अर्जुन को कुछ उपदेश दिए थे, जिससे अर्जुन के लिए युद्ध जीतना आसान हो गया था.
अर्जुन एक बार कृष्ण से पूछते हैं, 'मुझे ये जानना है कि अच्छे लोगों के साथ हमेशा बुरा ही क्यों होता है?'
अर्जुन के इस सवाल पर मुस्कुराते हुए कृष्ण कहते हैं, 'मनुष्य जैसा सोचता है, महसूस करता है. वैसा कुछ नहीं होता है. बल्कि अज्ञानता की वजह से मनुष्य सच्चाई को समझ नहीं पाता है.'
श्रीकृष्ण आगे कहते हैं, 'यह सोचना कि भगवान तुम्हारे कर्मों का नजरअंदाज कर रहे हैं. ये बिल्कुल भी सत्य भी नहीं है.'
इस जीवन में ना कुछ खोता है और ना ही कुछ व्यर्थ होता है. भगवान हमें कब और क्या किस रूप में दे रहा है मनुष्य इस चीज को समझ नहीं पाता है.
भगवान कृष्ण अर्जुन से कहते हैं, 'आप अच्छे कर्म करते रहें तो भगवान की कृपा हमेशा बनी रहती है. कभी भी अच्छे कर्मों को नहीं बदलना चाहिए.'
मनुष्य का फर्ज है कि वो हमेशा अच्छे काम करे. इंसान को कर्मों का फल जरूर मिलता है.
गीता के इन उपदेशों को अपनी जिंदगी में शामिल करके आप भी अपने लक्ष्य को पाने में सक्षम हो सकते हैं.