श्रीमद्भागवत गीता हिंदू धर्म का महत्वपूर्ण ग्रंथ है. इस ग्रंथ में ऐसी चीजों का वर्णन किया गया है जिनमें मानव की परेशानियों का समाधान है.
भागवत गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने कई ऐसी चीजें बताई हैं, जिनकी ख्वाहिश इंसान को नहीं करनी चाहिए.
भगवान श्रीकृष्ण ने बताया है कि जो भी इंसान ऐसी ख्वाहिशें रखता है, वह हमेशा परेशानियों से घिरा रहता है.
भागवत गीता में कहा गया है कि इंसान को कभी दूसरे के यानी पराए अन्न पर बुरी नजर नहीं डालनी चाहिए.
इंसान को हमेशा खुद की मेहनत से कमाए पैसों से ही अपना और परिवार का पेट भरना चाहिए.
भागवत गीता के अनुसार, बुरी नजर या धोखे से लिया गया अन्न या किसी का हक मारकर लिया गया अन्न सेहत पर बुरा असर डालता है.
कभी इंसान को दूसरे के धन पर नजर नहीं रखनी चाहिए. छल से या धोखे से लिया धन कुछ समय के लिए अमीर कर देता है, लेकिन आगे नुकसान ही देता है.
भागवत गीता में कहा गया है कि जो भी इंसान धन अपने पास संचय करता है, उसका धन किसी न किसी जरिए निकल ही जाता है.
किसी भी सामाजिक या धार्मिक कार्य के लिए जमा किया गया धन हड़पना या उसमें गड़बड़ी बड़ा पाप होता है. ऐसा आदमी कंगाल रहता है.