2 dec 2024
aajtak.in
रक्षाबंधन की ही तरह भाई दूज का त्योहार भी भाई-बहन के प्रेम को दर्शाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को भाई दूज का पर्व मनाया जाता है.
भाई दूज कल मनाया जाएगा. इस बहनें अपने भाई के माथे पर तिलक करती हैं और फिर उन्हें नारियल देती हैं.
तिलक के पश्चात बहनें अपनी भाइयों की अच्छी सेहत, सुख और समृद्धि की कामना करती हैं. साथ ही, भाई अपनी बहनों को उपहार देता है.
ज्योतिषियों की मानें तो, भाई दूज के दिन कुछ गलतियों से सावधान रहना चाहिए. तो आइए जानते हैं उन नियमों के बारे में.
भाई को तिलक करने से पहले बहन को अन्न का सेवन नहीं करना चाहिए. बल्कि, उपवास करना चाहिए.
इस पर्व पर भाई को बहन से झूठ बोलने से बचना चाहिए. क्योंकि ऐसा करने से यमराज नाराज हो जाते हैं.
भाई दूज पर भाई के तिलक के लिए उत्तर या उत्तर-पश्चिम में दिशा होनी चाहिए और बहन का मुख उत्तर-पूर्व या पूर्व दिशा में होना चाहिए.
भाई दूज के त्योहार पर मांसाहार, नशीले पदार्थ आदि के सेवन से बचना चाहिए.
भाई दूज के दिन बहन या भाई को काले रंग के वस्त्र धारण नहीं करने चाहिए. क्योंकि काला रंग नकारात्मक और अशुभ होता है.