2 nov 2024
aajtak.in
कार्तिक शुक्ल द्वितीया तिथि को भाई दूज का त्योहार मनाया जाता है. इस दिन बहनें अपने भाई के माथे पर तिलक करती हैं.
तिलक के बाद बहनें अपने भाई के लिए प्रार्थना करती हैं और उनकी लंबी उम्र के लिए कामना भी करती हैं.
इस दिन जो भाई अपनी बहन से तिलक कराता है उसकी अकाल मृत्यु नहीं होती है. भाई दूज का पर्व 3 नवंबर यानी कल मनाया जा रहा है.
भाई दूज की द्वितीया तिथि 2 नवंबर यानी आज रात 8 बजकर 21 मिनट पर शुरू होगी और तिथि का समापन 3 नवबंर यानी कल रात 10 बजकर 05 मिनट पर होगा.
भाई दूज पर कल तिलक के लिए दोपहर 1 बजकर 10 मिनट से लेकर 3 बजकर 22 मिनट तक का समय रहेगा.
भाई दूज के दिन भाई व बहन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें. फिर, भाई-बहन मिलकर भगवान चित्रगुप्त की पूजा करें.
इसके बाद, शुभ मुहूर्त में भाई के तिलक के लिए बहन थाली सजाएं और थाली में कुमकुम, सिंदूर, चंदन, फूल, फल, मिठाई, अक्षत व सुपारी जरूर रखें.
फिर भाई की आरती उतारे और आरती के बाद उन्हें मिठाई खिलाएं. इसके साथ ही भाई इस दिन बहन के हाथों से बने हुए भोजन का सेवन अवश्य करें.