इस साल बुद्ध पूर्णिमा 23 मई को है. चूंकि गौतम बुद्ध को भगवान विष्णु का 9वां अवतार माना गया है, इसलिए हिंदू और बौद्ध दोनों धर्मों में इस पर्व का खास महत्व है.
आइए बुद्ध पूर्णिमा के मौके पर आपको बताते हैं कि भगवान बुद्ध की कौन सी प्रतिमा घर में लाने से सुख-शांति आती है और धन की आवक बढ़ती है.
सोते हुए या दाईं ओर झुके हुए बुद्ध की प्रतिमा को पश्चिम की तरफ मुंह करके स्थापित करना चाहिए. बुद्ध की यह मूर्ति घर में सुख, शांति और समृद्धि लेकर आती है.
बुद्ध की ध्यान मुद्रा वाली प्रतिमा को बगीचे में स्थापित करें. इसमें बुद्ध अपने दाएं हाथ को बाएं हाथ के ऊपर उंगलियां फैलाकर रखते हैं, जिसमें उनका अंगूठा ऊपर रहता है.
बुद्ध की इस प्रतिमा को आप बगीचे या मंदिर में लगा सकते हैं. इससे मन, शरीर और आत्मा को शांति मिलती है. आदमी सदैव निरोगी रहता है.
इस मुद्रा में बुद्ध अपने दोनों हाथ मिलाकर पैरों पर रखते हैं. बुद्ध की यह अवस्था ज्ञान प्राप्ति के समय का प्रतिनिधित्व करती है. इसे बच्चों के स्टडी रूम या टेबल पर रखना चाहिए.
इस मुद्रा में बुद्ध अपने दाएं हाथ से जमीन छूते हुए दिखाई देते हैं. जबकि बांया हाथ पैर पर रहता है. ये मुद्रा स्वागत, दान या दया का प्रतीक है, जिसे घर के मुख्य द्वार पर रखना चाहिए.
इस मुद्रा में बुद्ध आशीर्वाद की तरह हाथ उठाकर तर्जनी अंगुली को अंगूठे से जोड़ लेते हैं. यह मुद्रा सुरक्षा, शांति और भयमुक्त को दर्शाती है. इस प्रतिमा को लिविंग रूम में रखना चाहिए.
धन की आवक बढ़ाने के लिए घर में हंसते हुए बुद्ध की मूर्ति यानी लाफिंग बुद्धा स्टैच्यू लगाना चाहिए. इसे घर के प्रवेश द्वार पर दरवाजे के सामने रखना सबसे अच्छा होता है.