इस साल वैशाख पूर्णिमा या बुद्ध पूर्णिमा 23 मई को है. वैशाख पूर्णिमा पर स्नान-दान का विशेष महत्व बताया गया है. आइए दान-स्नान का शुभ मुहूर्त जानते हैं.
इस साल वैशाख पूर्णिमा पर सर्वार्थ सिद्धि योग, शिव योग बन रहे हैं. इस दिन शुक्र-सूर्य युति से शुक्रादित्य योग और गुरु-शुक्र की युति से गजलक्ष्मी राजयोग का निर्माण भी होगा.
Credit: Getty Images
इस साल वैशाख पूर्णिमा या बुद्ध पूर्णिमा पर स्नान दान का समय गुरुवार, 23 मई को सुबह 4 बजकर 04 मिनट से सुबह 5 बजकर 26 मिनट तक रहेगा.
Credit: Getty Images
वहीं, वैशाख पूर्णिमा पर पूजा का समय सुबह 10 बजकर 35 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 18 मिनट तक रहने वाला है.
वैशाख पूर्णिमा के दिन पवित्र नदी में स्नान करें. साफ-सुथरे वस्त्र धारण करें. पानी में गंगाजल मिलाकर सूर्यदेव को अर्घ्य दें. पीपल के पेड़ को भी जल अर्पित करें.
Credit: Getty Images
स्नान के बाद भगवान विष्णु की पूजा जरूर करें. वैशाख पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु की पूजा करना बहुत लाभकारी माना गया है.
Credit: Getty Images
भगवान विष्णु के समक्ष घी का दीपक जलाएं. उन्हें फल, फूल, मिठाई अर्पित करें. उनके प्रिय भोग लगाएं. फिर विष्णु सहस्रनाम स्तोत्र का पाठ करें.
विष्णु पूजन के बाद ब्राह्मण को पानी से भरा घड़ा और पकवान आदि का दान करना चाहिए. कहते हैं कि इस दिन मिट्टी के घड़े का दान गौदान के समान होता है.