1 Mar 2025
aajtak.in
लोग अकसर अपने भाग्य पर विश्वास रखते हैं और उसी हिसाब से कर्म करते हैं. भाग्य ऐसा विषय है जिसके बारे में जानने के लिए हर व्यक्ति सदा ही आतुर रहता है.
वहीं, वृंदावन के प्रेमानंद महाराज ने भी बताया कि भाग्य में लिखा मेहनत से बदला जा सकता है या नहीं.
प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि, 'ऐसा किसने कहा है कि सब कुछ भाग्य पर लिखा हुआ है. भाग्य में दो ही बातें लिखी हैं शुभ और अशुभ.'
'हम मनुष्य जन्म से ही नए कर्म का अधिकार रखते हैं. और नए कर्म ऐसे भी कर सकते हैं जो पुराने कर्मों को मिटा सकते हैं.'
आगे प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि, 'लेकिन पुराना कर्म नए कर्म में बाधा जरूर डाल सकता है. अगर कर्म करने के साथ आप राधा राधा जप रहे हो तो पुराना कर्म भस्म हो जाएगा.'
'ये मनुष्य जन्म कायरतापूर्वक व्यतीत करने के लिए नहीं नए कर्म करने के लिए हुआ है और साथ में नाम जप भी करते रहें, सभी कार्यों में सफलता मिलेगी.'
'24 घंटे में रोजाना सिर्फ 30 मिनट नाम जप करें जो भी नाम प्रिय हैं. ईष्ट देवता प्रसन्न हो जाएंगे.'