चैत्र नवरात्रि कल से शुरू होंगे. इसका समापन 30 मार्च को होगा. नवरात्रि में पहले घटस्थापना होती है. इसके बाद देवी का पूजन शुरू होता है.
लेकिन घटस्थापना के वक्त कई बार लोग बड़ी गलतियां कर देते हैं. आइए जानते हैं कि घटस्थापना में किन गलतियों से बचना चाहिए.
1. कलश स्थापना गलत दिशा में न करें. ईशान कोण (उत्तर-पूर्व) देवताओं की दिशा होती है और इसी दिशा में देवी के नाम पर कलश स्थापित करें.
2. कलश का मुंह खुला न रखें. उसे किसी चीज से ढकें. अगर कलश पर ढक्कन रखा है तो उसे चावलों से भरें और एक नारियल बीच में रख दें.
3. कलश के पास ही माता की अखंड ज्योति प्रज्वलित होती है. इसे यूं ही कहीं भी स्थापित करने की बजाए आग्नेय कोण (पूर्व-दक्षिण) में रखें.
4. देवी की चौकी या पूजा स्थल के पास गंदगी न होने दें. साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें. इसके सामने भी बैठने की पर्याप्त जगह होनी चाहिए.
5. घटस्थापना स्थल के आस-पास शौचालय या बाथरूम नहीं होना चाहिए. पूजा स्थल के ऊपर यदि कोई आलमारी है तो उसकी भी सफाई करें.
चैत्र नवरात्रि में घटस्थापना का शुभ मुहूर्त 22 मार्च को सुबह 06 बजकर 23 मिनट से लेकर सुबह 07 बजकर 32 मिनट तक रहेगा.
यानी घटस्थापना करने के लिए आपको सिर्फ 01 घंटा 09 मिनट का समय ही मिलेगा. इस अबूझ मुहूर्त में ही कलश स्थापित करें.