By: Aajtak.in

नवरात्रि में इन चीजों का जरूर रखें ध्यान, वरना....


वास्तु का ध्यान रखना जरूरी

नवरात्रि के दौरान वास्तु शास्त्र का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. 



मूर्ति- कलश स्थापना 

नवरात्रि में घर के ईशान कोण यानी उत्तर पूर्व दिशा में ही माता की प्रतिमा या कलस की स्थापना करनी चाहिए. इस दिशा में देवताओं का वास होता है. घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है.

नवरात्रि के दौरान घर के मेन गेट यानी मुख्य द्वार पर स्वास्तिक का चिन्ह जरूर लगाना चाहिए. इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. साथ ही घर के मुख्य द्वार को आम के पत्तों से सजाएं.

माता की प्रतिमा को लकड़ी के पाटे पर रखना चाहिए. अगर चंदन की चौकी तो और बेहतर रहता है. 

वास्तु शास्त्र में चंदन को शुभ और सकारात्मक ऊर्जा का केंद्र माना गया है. इससे वास्तु दोष दूर होता है.


नवरात्रि के पूजा पाठ के दौरान काले रंग का बिल्कुल इस्तेमाल न करें. काले रंग से घर में नकारात्मक ऊर्जा आती है. मन विचलित रहता है. नवरात्रि पीले और लाल रंग का इस्तेमाल करें. 

नवरात्रि में शाम के बाद कपूर जलाकर देवी मां की आरती जरूर करें. ऐसा करने से घर की नकारात्मक शक्ती नष्ट हो जाती है और घर में लक्ष्मी आती है.

नवरात्रि के दौरान घर में खट्टी चीजों का इस्तेमाल कम करना चाहिए. खासतौर पर नींबू से बचें, इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा आती है और मन अशांत रहता है. 

नवरात्रि के दौरान घर के आंगन को गाय के गोबर से लीपना चाहिए. अगर ऐसा नहीं हो पा रहा तो घर के आंगन में 7 कंडे टांग देने चाहिए. इससे देवी का घर में वास होगा.