हर साल चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो जाती है. नवरात्रि के पावन दिनों में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा का विधान बताया गया है.
Credit: Unsplash
इस वर्ष चैत्र नवरात्रि 9 अप्रैल से शुरू होंगे. नौ दिनों का यह महापर्व 17 अप्रैल को राम नवमी के साथ समाप्त हो जाएगा.
Credit: Unsplash
नवरात्रि की शुरुआत चैत्र शुक्ल प्रतिपदा पर कलश स्थापना के साथ होती है. कलश स्थापना के बाद ही देवी के स्वरूपों की उपासना और व्रत प्रारंभ होते हैं.
Credit: Pixabay
इस बार चैत्र नवरात्रि में कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त 9 अप्रैल को सुबह 06 बजकर 11 मिनट से सुबह 10 बजकर 23 मिनट तक रहेगा. इसे घटस्थापना भी कहते हैं.
Credit: Unsplash
इस दिन दोपहर 12 बजकर 03 मिनट से दोपहर 12 बजकर 54 मिनट तक अभिजीत मुहूर्त रहेगा. आप इस शुभ मुहूर्त में भी घटस्थापना कर सकते हैं.
Credit: Pixabay
घटस्थापना के लिए एक कलश में गंगाजल, सिक्का, रोली और दूर्वा, डालकर उसे स्थापित करें. कलश पर आम के पत्ते बाधें. फिर ऊपर से कलावा बंधा एक नारियर रखें.
Credit: Unsplash
इस साल चैत्र नवरात्रि पर मां दुर्गा घोड़े पर सवार होकर आएंगी. दरअसल, नवरात्रि जब मंगलवार से शुरू होते हैं तो मां दुर्गा घोड़े पर सवार होकर आती हैं.
नवरात्रि के नौ दिनों में व्रत रखने वालों के लिए कुछ नियम होते हैं. इन नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों को पूजकर उनका आशीर्वाद लिया जाता है.
Credit: Getty Images