आचार्य चाणक्य ने कारोबार और व्यापारियों के लिए कई नीतियां बताई हैं.
चाणक्य के मुताबिक एक कारोबारी को कभी भी नेगेटिव सोच मन में नहीं लानी चाहिए.
सकारात्मक सोच से काम के क्षेत्र में जरूर सफलता मिलती है.
कारोबारी को जोखिम से घबराना नहीं चाहिए बल्कि उसका डटकर सामना करना चाहिए.
कारोबारी को अपने काम की पूरी जानकारी होनी चाहिए और उससे जुड़ी बेहतर रणनीति भी होनी चाहिए.
बिजनेस में अकेले चलकर सफलता हासिल करने से बेहतर है कि कुछ सहयोगियों को साथ लेकर काम किया जाए.
बिजनेस में व्यवहार कुशलता सबसे ज्यादा अहम मानी जाती है.
व्यक्ति में लोक व्यवहार की कुशलता हो तो बिजनेस में आने वाली बाधाएं ऐसे ही खत्म हो जाती हैं