आचार्य चाणक्य ने ऐसे लोगों के बारे में बताया है, जो इंसान को काफी नुकसान पहुंचा सकते हैं.
चाणक्य के अनुसार, इन लोगों में मूर्ख दोस्त और बदतमीज नौकर शामिल है.
चाणक्य के अनुसार, धूर्त मित्र कभी भी आपकी जान के लिए खतरा साबित हो सकता है.
चाणक्य के मुताबिक, अगर कोई धूर्त मित्र आपके पास बैठ रहा है तो वह हमेशा आपके लिए अहितकारी ही साबित होगा.
इसी तरह अगर कोई नौकर जुबान जोर और उल्टा जवाब देता हो तो वह भी स्वामी के लिए खतरा बन सकता है.
चाणक्य के अनुसार, ऐसा नौकर कभी भी मालिक का सगा नहीं होता है और कभी भी धोखा दे सकता है.
चाणक्य के अनुसार, अगर किसी का नौकर ऐसा है तो उसे नुकसान देने से पहले ही हटा देना चाहिए.
वहीं सांप को लेकर चाणक्य कहते हैं कि जिस घर में सांप हो, वहां से तुरंत निकल जाना बेहतर है.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जिस घर में सांप रहता हो, वह कभी न कभी वहां रहने वालों को काट सकता है.