आचार्य चाणक्य को भारत का सबसे विद्वान अर्थशास्त्री माना जाता है. उनके द्वारा लिखित चाणक्य नीति आज के युग में भी लोगों का मार्गदर्शन कर रही है.
चाणक्य के अनुसार, एक शादीशुदा मर्द को अपने जीवन के 3 राज कभी किसी को नहीं बताने चाहिए. ये नियम अपनाने वाले लोगों का जीवन हमेशा खुशहाल रहता है.
चाणक्य नीति के अनुसार, एक विवाहित पुरुष को किसी भी हाल में अपनी पत्नी की शिकायत किसी तीसरे शख्स से नहीं करनी चाहिए.
ऐसा इसलिए क्योंकि इससे आपकी पत्नी और आप खुद दूसरों के बीच हंसी का पात्र बन सकते हैं. पत्नी से संबंधित किसी बात का जिक्र दूसरों के सामने न करें.
अपने घरेलू दुख-तकलीफों को कभी बाहरी लोगों के साथ साझा नहीं करना चाहिए. कुछ लोगों जरा सी मुश्किल में अपना दुख दूसरों के आगे गाने लगते हैं.
अपने दुख-तकलीफों को दूसरों के सामने जाहिर कर स्वयं को बेबस और लाचार साबित न करें. ऐसे लोग वक्त-बेवक्त आपकी इसी कमजोरी का फायदा उठा सकते हैं.
मर्दों को किसी मूर्ख व्यक्ति द्वारा किए गए अपमान की बात कभी दूसरे साझा नहीं करनी चाहिए. इससे आपके मान-सम्मान को ज्यादा चोट पहुंचती है.
चाणक्य कहते हैं कि इस प्रकार की घटना होने पर उसे भूल जाना ही एकमात्र समझदारी का काम है. अन्यथा इसके परिणाम बुरे हो सकते हैं.