जीवन में मनुष्य अलग-अलग तरह की इच्छाएं करता है, जिनमें काफी लोगों की पूरी भी हो जाती हैं.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि इंसान की कई ऐसी इच्छाएं भी होती हैं, जो कभी पूरी नहीं हो पाती हैं.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, किसी भी इंसान के लिए धन की इच्छा ऐसी है, जो कभी पूरी नहीं होती है.
इंसान के पास कितना भी धन जमा हो, उसके बावजूद उसे हमेशा ज्यादा की चाह रहती है.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, भोजन करना भी एक ऐसी इच्छा है, जो कभी पूरी नहीं होती है.
इंसान कितना भी भोजन कर ले, लेकिन भूख लगते ही उसे फिर खाने की चाह बन जाती है.
इसी तरह आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जीवन भी एक ऐसी इच्छा है जो कभी पूरी नहीं होती है.
इंसान हमेशा जीने की इच्छा तो रखता है लेकिन मौत को टालना उसके हाथ में बिल्कुल भी नहीं है.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि इन्हीं इच्छाओं को लेकर ही दुनिया में लोग मरते आए हैं. आगे भी ऐसा होता रहेगा.