दुश्मन को भी दोस्त बना लेता है ऐसा आदमी, जीवन भर करता है तरक्की

आचार्य चाणक्य ने ऐसे इंसान का वर्णन नीति शास्त्र में किया है जो दूसरों को भी अपना बना सकता है.

आचार्य चाणक्य के अनुसार, आदमी का यही गुण उसे अमीर बनाता है. वह हमेशा खुशहाल रहता है.

आचार्य चाणक्य के अनुसार, जो क्रोधहीन व्यक्ति होता है वह सबको अपना बना लेता है. वह अपने स्वभाव की वजह से ही विश्वविजयी बन जाता है.

चाणक्य कहते हैं कि अगर कोई इंसान अपनी उन्नति चाहता है तो उसे कभी क्रोध नहीं करना चाहिए.

अगर क्रोध ही करना है तो पहले उसे अपने क्रोध पर क्रोध करना चाहिए कि वह इस तरह के विचार में कैसे फंसा.

चाणक्य के अनुसार, क्रोध से मनुष्य की विचार-शक्ति नष्ट हो जाती है और वह अनुचित कार्य कर बैठता है.

आचार्य चाणक्य के अनुसार, किसी भी स्थिति में बेवजह के क्रोध करने से इंसान को बचाव करना चाहिए.

वहीं आचार्य चाणक्य कहते हैं कि इंसान की वाणी भी हमेशा मीठी होनी चाहिए. मधुरवाणी सफल कर देती है.

इंसान अपनी मधुर वाणी के जरिए मुश्किल से मुश्किल कार्य आसानी के साथ पूरा कर सकता है.