By: Ayushi Tyagi 3rd September 2021

ऐसे लोगों का दो बार होता है जन्म!


अपनी नीतियों के बल पर नंद वंश को उखाड़ फेंकने वाले चाणक्य ने मनुष्य के जीवन से जुड़ी कई बातें बताई हैं.


चाणक्य ने ऐसी नीतियों का वर्णन किया है जिसकी मदद से मनुष्य अपने जीवन के कष्टों को दूर कर सकता है. 

'चाणक्य नीति' के चौथे अध्याय में तीन ऐसे लोगों के बारे में बताया गया है जिनका कथित तौर पर दो बार जन्म होता है. 

चाणक्य कहते हैं कि ब्राह्मण, क्षत्रिय और वैश्य का जन्म दो बार होता है.

एक बार माता के गर्भ से और दूसरी बार गुरु द्वारा ज्ञान दिए जाने पर. इसलिए इन्हें द्विजाति कहा जाता है. 

मुनियों के देवता उनके हृदय में निवास करते हैं. 

चाणक्य नीति के पांचवें अध्याय के पहले श्लोक में गुरु का जिक्र किया गया है. 

वो कहते हैं कि ब्राह्मण, क्षत्रिय और वैश्य के लिए अग्नि ही गुरु के समान है. 

चाणक्य के अनुसार ब्राह्मण चारों वर्णों द्वारा पूजनीय हैं, इसलिए वे सबके गुरु हैे.


धर्म की खबरों के लिए यहां क्लिक करें