23 Aug 2024
By- Aajtak.in
आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र में ऐसे मनुष्य का वर्णन किया है जो लंबी उम्र तो जीता ही है, समाज में भी उसे खूब सम्मान मिलता है.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि सदाचार ही मनुष्य का वह गुण जिसके कारण उसकी उम्र और यश में बढ़ोतरी होती है.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, जो व्यक्ति सदाचारी होता है वह वचन और कर्म द्वारा इंद्रियों को वश में रखने की वजह से दीर्घायु होता है.
दीर्घायु होने के साथ-साथ समाज में भी ऐसे इंसान का यश बढ़ता है. सदाचारी इंसान की सब इज्जत करते हैं.
जो व्यक्ति सदाचारी होता है उसका कोई दुश्मन भी नहीं होता है. सदाचारी व्यक्ति का जीवन हमेशा खुशहाल रहता है.
वहीं आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जो इंसान दुराचारी होता है वह न सम्मान पाता है और न ही लंबी उम्र जीता है.
दुराचारी मनुष्य निकृष्ट कार्यों की वजह से कम उम्र में ही अलग-अलग तरह की बीमारियों का शिकार हो जाता है.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, दुराचारी इंसान से होने वाली यही गलतियां ही उसे मौत के मुंह में ले जाती हैं.
चाणक्य के अनुसार, एक ओर समाज में सदाचारी की पूछ होती है तो दूसरी ओर लोग दुराचारी इंसान से बचना चाहते हैं.