राजा को भी रंक बना देता है ऐसा दान, कंगालों जैसी हो जाती है हालत

17 Jan 2025

By- Aajtak.in

आचार्य चाणक्य के अनुसार, इंसान को जीवन में दान जरूर करना चाहिए. दान जीवन के सबसे उत्तम कार्यों में से एक है.

अगर इंसान पूरी श्रद्धा के साथ जरूरतमंदों या धार्मिक स्थलों में दान करता है, वह हमेशा धनवान रहता है.

आचार्य चाणक्य कहते हैं कि दान करना शुभ कार्य है. दान करने से धन-दौलत घटती नहीं उल्टा बढ़ जाती है.

हालांकि, आचार्य चाणक्य ने दान से जुड़ी एक ऐसी जरूरी चीज भी बताई है जिसका ध्यान रखना बेहद जरूरी है.

आचार्य चाणक्य कहते हैं कि व्यक्ति को दान करना चाहिए लेकिन उतना ही करना चाहिए जितना कर पाने में वह सक्षम है.

आचार्य चाणक्य के अनुसार, हर एक आदमी तो अपनी आर्थिक हालत को देखकर ही किसी दूसरे को दान देना चाहिए. 

बिना अपना बजट देखे ही जो दान करता है वह अपना सब कुछ लुटा देता है. इसी वजह से जीवन भर परेशान भी रहता है.

इतिहास में कई राजा समेत ऐसे लोगों के उदाहरण हैं, जिन्होंने ज्यादा दान देने की वजह से भिखारियों जैसा जीवन गुजारा है.

चाणक्य के अनुसार, दान देते समय हमेशा धन-संपत्ति का ध्यान रखना चाहिए. जो ऐसा नहीं करता है वह बर्बाद हो जाता है.