24 July 2024
By- Aajtak.in
आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र में एक ऐसे कार्य का वर्णन किया है जिसके बारे में कभी पत्नी को भी नहीं बताना चाहिए.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, कोई मनुष्य अगर दान करता है तो उस बात की जानकारी अपनी पत्नी को कभी नहीं देनी चाहिए.
शास्त्रों में भी ऐसा कहा गया है कि दान करने के बाद उसकी जानकारी किसी भी व्यक्ति के साथ साझा नहीं करनी चाहिए.
मान्यता है कि अगर कोई ऐसा करता है तो दान का पुण्य प्राप्त नहीं हो पाता है. इसलिए हमेशा बिना बताए ही दान करना चाहिए.
आज के समय में आचार्य चाणक्य के कथन का अर्थ यह है कि पत्नी को इसलिए नहीं बताना चाहिए क्योंकि जरा सा बजट बिगड़ते ही पत्नी उस पर सवाल भी खड़े कर सकती है.
शास्त्रों में दान को हमेशा गुप्त रखने की ही सलाह दी जाती है. चाणक्य कहते हैं कि जो इंसान दान करता है वह हमेशा धनवान रहता है.
इस तरह से दान करने वाले आदमी की दौलत घटती नहीं है बल्कि बढ़ जाती है. आर्थिक परेशानियां खत्म हो जाती हैं.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, व्यक्ति को कभी भी अपनी पत्नी से अपनी आय के बारे में नहीं बताना चाहिए. इससे खर्चों में इजाफा हो सकता है.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि आदमी को कभी अपनी कमजोरी भी पत्नी को नहीं बतानी चाहिए. ऐसा करना भविष्य में नुकसान दे सकता है.