आचार्य चाणक्य के अनुसार, कुछ कार्य ऐसे होते हैं जिन्हें करने के तुरंत बाद नहा लेना ठीक रहता है.
अगर आप इन कार्यों को करने के बाद तुरंत नहीं स्नान करते हैं तो कुछ परेशानियां हो सकती हैं.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, शमशान घाट से आने के बाद इंसान को तुरंत स्नान कर लेना चाहिए.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, शमशान घाट पर कई तरह की नकारात्मक शक्तियां मौजूद होती हैं, जिनका असर सीधा मन और मस्तिष्क पर पड़ता है.
वहीं वहां मृतकों का अंतिम संस्कार होने की वजह से कई तरह के किटाणु भी मौजूद होते हैं जो शरीर को नुकसान पहुंचा सकते हैं.
चाणक्य के अनुसार, इंसान को तेल मालिश के बाद भी जरूर नहाना चाहिए. ऐसा करना आपके लिए फायदेमंद है.
चाणक्य के अनुसार, तेल से मालिश के बाद शरीर के छिद्रों से मैल बाहर निकल जाता है. तुरंत नहा लेने से शरीर की गंदगी दूर हो जाती है.
चाणक्य के मुताबिक, अगर आपने बाल या दाढ़ी कटवाई है तो इस कार्य के बाद भी तुरंत स्नान जरूरी है.
बाल कटने के बाद शरीर से चिपक जाते हैं. अगर आप नहीं स्नान करेंगे तो वह आपके शरीर से चिपके रहेंगे, जिससे आपको परेशानी होती रहेगी.