आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र में ऐसे तीन कार्यों का वर्णन किया है जिनके साथ दिन की शुरुआत करनी चाहिए.
जो इंसान इन चारों कार्यों को नियमित रूप से करता है, वह जीवन भर तरक्की करता है.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि सबसे पहले तो इंसान को ब्रह्म मुहूर्त में उठने की आदत होनी चाहिए.
अगर इंसान जीवन में सफल होना चाहता है तो उसे सुबह जल्दी ही बिस्तर छोड़ देना चाहिए.
चाणक्य के अनुसार, ब्रह्म मुहूर्त में बिस्तर छोड़ने के बाद इंसान को तुरंत स्नान कर लेना चाहिए.
सुबह के समय स्नान के बाद सूर्य देव को जल चढ़ाना चाहिए. इसके बाद पूजा-पाठ करनी चाहिए.
अगर कोई नियमित रूप से ऐसा करते हैं तो वह जो भी कार्य करता है, उसमें हमेशा सफल हो जाता है.
ऐसा करने से जीवन में तरक्की के योग बन जाते हैं. इंसान कभी आर्थिक संकटों से नहीं जूझता है.
चाणक्य के अनुसार, दिन की ऐसी शुरुआत हमेशा सकारात्मक रखती है. आदमी हमेशा खुशहाल रहता है.