19 Aug 2024
By- Aajtak.in
आचार्य चाणक्य ने पति-पत्नी के बीच कुछ चीजों को लेकर कभी कोई लाज-शर्म नहीं होनी चाहिए.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जिस रिश्ते में इन चीजों को लेकर दोनों के बीच शर्म होती है वह रिश्ता ज्यादा नहीं टिकता है.
पति और पत्नी का एक दूसरे के ऊपर अधिकार होना बेहद जरूरी है. दोनों को अधिकार जताते हुए शर्म नहीं करनी चाहिए.
चाणक्य के अनुसार, अधिकार जताने से न सिर्फ रिश्ता बेहतर होता है बल्कि और ज्यादा मजबूत होता हुआ चला जाता है.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि पति और पत्नी को एक दूसरे के प्रति प्रेम दिखाते समय कभी नहीं संकोच करना चाहिए.
जो पति-पत्नी प्रेम को एक दूसरे को दिखाने में असफल रहते हैं उनका रिश्ता कभी मधुर नहीं रहता है.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, पति-पत्नी को एक दूसरे के प्रति समर्पित रहने में कभी भी संकोच नहीं करना चाहिए.
अगर पति-पत्नी को एक-दूसरे की कोई बात नाराज कर रही है या दिल को ठेस पहुंच रही है तो उसे बताने में हिचकिचाएं नहीं.
ऐसा करने से दोनों को एक-दूसरे की बात ज्यादा समझ आती हैं. मनमुटाव ज्यादा समय तक नहीं रहता है. रिश्ता मजबूत होता है.