22 Nov 2024
By- Aajtak.in
आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र में दो ऐसी परिस्थितियों का वर्णन किया है जिसमें आदमी को कभी घबराना नहीं चाहिए.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, जो व्यक्ति इन परिस्थितियों में घबराता है, वह कायर समान होता है.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, इन परिस्थितियों से घबराने या डरने वाला व्यक्ति कभी जीवन में सफल नहीं हो पाता है.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि इंसान को कभी जीवन में आने वाले बदलावों से नहीं घबराना चाहिए.
आचार्य चाणक्य कहते हैं जो इंसान परिवर्तन से घबराता है, वह कभी अपने लक्ष्य की प्राप्ति नहीं कर पाता है.
बदलाव से घबराने वाला हमेशा परेशान रहता है. उसे नए बदलाव का पहले ही डर सताता है जिससे आगे दिक्कतें होती हैं.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जीवन में किसी भी इंसान को कभी संघर्ष से नहीं घबराना चाहिए.
चाणक्य के अनुसार, संघर्ष करके ही आदमी जीवन में आगे बढ़ता है. इसी की वजह से ही इंसान अंदर से मजबूत होता है.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जो भी व्यक्ति जीवन के संघर्ष से घबरा जाता है वह कभी तरक्की नहीं कर पाता है.