17 Jan 2024
By- Aajtak.in
आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र में ऐसे व्यक्ति का वर्णन किया है जो कम उम्र में ही धनवान हो जाता है. हर काम में सफल हो जाता है.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि ऐसा आदमी जिस भी कार्य को करता है, उसमें उसे खूब तरक्की मिलती है.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, किसी भी आदमी का व्यवहार बहुत महत्वपूर्ण होता है. खासतौर पर उसकी मधुरभाषा अहम होती है.
किसी भी व्यक्ति का मधुरभाषी होना काफी जरूरी होता है. जो भी लोग मधुरभाषी होते हैं उन्हें कम उम्र ही सफलता मिल जाती है.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, अगर व्यक्ति को किसी भी काम-कारोबार में तरक्की करनी है तो उसे हमेशा मधुरभाषी होना चाहिए.
दरअसल, समाज के हर एक वर्ग में मधुरभाषी लोगों को खूब पसंद किया जाता है. समाज के लोग लोग उनकी मदद के लिए हमेशा तैयार रहते हैं.
जो आदमी मधुरभाषी होता है वह दुश्मन को भी अपना दोस्त बना लेता है. इसी वजह से धन की देवी की कृपा भी उसके ऊपर हमेशा बरसती है.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, अगर आदमी विनम्र व मधुर वाणी की जगह कटु वचन बोलते हैं, उन्हें किसी भी काम में सफलता नहीं मिलती है.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, इनकी कड़वी वाणी दूसरों को नाराज कर देती हैं जिसका बुरा असर उन्हीं लोगों के जीवन पर देखने को मिलता है.