10 Sep 2024
By- Aajtak.in
आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र में ऐसे घरों का वर्णन किया है जहां मां लक्ष्मी स्वयं चल कर आ जाती हैं.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, इन घरों में रहने वाले लोग कभी आर्थिक रूप से परेशान नहीं रहते हैं.
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि घर में कभी मूर्ख लोगों की पूजा नहीं करनी चाहिए. उन्हें सम्मान नहीं देना चाहिए.
चाणक्य नीति के तीसरे अध्याय में आचार्य कहते हैं कि जिन घरों में मूर्खों का बखान और सम्मान होता है वहां मां लक्ष्मी वास नहीं करती हैं.
चाणक्य कहते हैं जिन घरों में मूर्ख लोगों की बजाय गुणवानों का आदर-सम्मान होता है, वहां हमेशा धन की देवी रहती हैं.
आचार्य चाणक्य के अनुसार, जहां के लोगों में घर-गृहस्थी में लड़ाई-झगड़े नहीं होते, मतभेद नहीं होते, उन लोगों की संपत्ति अपने-आप बढ़ने लगती है.
वहीं अगर घर में हर समय कलह रहती है. लड़ाई झगडे़ का माहौल रहता है, ऐसी जगहों पर मां लक्ष्मी कभी वास नहीं करती हैं.
जिन घरों में अन्न का सम्मान किया जाता है, उसे बर्बाद नहीं किया जाता है वहां कभी धन की कमी नहीं होती है. मां लक्ष्मी स्वयं ऐसे घर में वास करती हैं.
जबकि अगर किसी घर में अन्न का सम्मान नहीं होता है, वहां मां लक्ष्मी कभी अपना वास नहीं करती है. पैसों की तंगी रहती है.